साथ तेरे - Saath Tere (Abhijit Vaghani, Motichoor Chaknachoor)
Movie/Album: मोतीचूर चकनाचूर (2019)
Music By: अभिजीत वघानी
Lyrics By: कुणाल वर्मा
Performed By: अभिजीत वघानी
मैं चलता रहूँ, साथ तेरे
मैं थामे रहूँ, हाथ तेरे
करीब तू आया है जब से
भीगी है खुशियों से मेरी पलकें
मैं जितने साल, दिन भी जीयूँ
रहूँगा बस मैं तेरा बन के
लुटा दूँ सब कुछ तेरे बदले
जीयूँ मैं नज़रों में तुझे रख के
मैं हर एक साँस में ये कहूँ
रहूँगा बस मैं तेरा बन के
मैं चलता रहूँ, साथ तेरे
मैं थामे रहूँ, हाथ तेरे
फ़ासलों पे बैठा था मैं, शाम-ओ-सहर से
माँगता रहा मैं रब से, कोई हमसफ़र दे
दुआओं ने देखो कैसा, असर है दिखाया
खुदा तेरा चेहरा ले के, ज़िंदगी में आया
मिली तकदीर तुझे मिल के
बदल गए हाल मेरे दिल के
जुदा ना ख्वाब मैं होने दूँ
रहूँगा बस मैं तेरा बन के
मैं चलता रहूँ, साथ तेरे
मिला है जो तू, सवेरे लिए
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना
तेरे संग तेरा साया, मैं तो बन के चलूँ
तेरी उफ़्फ में हँसी, मैं अब जीयूँ मैं मरूँ
तेरे रूख़ से जो गुज़री धूप कभी
तुझे नज़रों से सबकी बचा के मैं रखूँ
तेरे संग तेरा साया...
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना...
Music By: अभिजीत वघानी
Lyrics By: कुणाल वर्मा
Performed By: अभिजीत वघानी
मैं चलता रहूँ, साथ तेरे
मैं थामे रहूँ, हाथ तेरे
करीब तू आया है जब से
भीगी है खुशियों से मेरी पलकें
मैं जितने साल, दिन भी जीयूँ
रहूँगा बस मैं तेरा बन के
लुटा दूँ सब कुछ तेरे बदले
जीयूँ मैं नज़रों में तुझे रख के
मैं हर एक साँस में ये कहूँ
रहूँगा बस मैं तेरा बन के
मैं चलता रहूँ, साथ तेरे
मैं थामे रहूँ, हाथ तेरे
फ़ासलों पे बैठा था मैं, शाम-ओ-सहर से
माँगता रहा मैं रब से, कोई हमसफ़र दे
दुआओं ने देखो कैसा, असर है दिखाया
खुदा तेरा चेहरा ले के, ज़िंदगी में आया
मिली तकदीर तुझे मिल के
बदल गए हाल मेरे दिल के
जुदा ना ख्वाब मैं होने दूँ
रहूँगा बस मैं तेरा बन के
मैं चलता रहूँ, साथ तेरे
मिला है जो तू, सवेरे लिए
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना
तेरे संग तेरा साया, मैं तो बन के चलूँ
तेरी उफ़्फ में हँसी, मैं अब जीयूँ मैं मरूँ
तेरे रूख़ से जो गुज़री धूप कभी
तुझे नज़रों से सबकी बचा के मैं रखूँ
तेरे संग तेरा साया...
कोई तुझसा-तुझसा, नहीं मिलना-मिलना...
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